मियावाकी जंगल Miyawaki Forest (Japanese technique for dense forest in small area by Akira Miyawaki)

 Miyawaki Forest - a Japanese technique for the dense forest in a small area
pioneered by Japanese botanist Akira Miyawaki

मियावाकी वन क्षेत्र, छोटे से क्षेत्र में घना जंगल
मियावाकी जंगल, जापानी वनस्पतिशास्त्री अकीरा मियावाकी द्वारा विकसित एक तकनीक


अकीरा मियावाकी कौन है ?
जापान के विख्यात वनस्पति शास्त्री,जिन्होने छोटे जगह में घने वनीकरण की तकनीक को विकसित किया

मियावाकी वन क्षेत्र क्या है ?
मियवाकी वनीकरण की एक तकनीक है, जिसमें देसी किस्म के पेड़ पौधे बहुत पास-पास (घने) लगाए जातें हैं! कुछ समय की देखभाल के बाद, यह वन क्षेत्र आत्मनिर्भर होता है! वन 10 गुना तेज़ी से बढ़ता है, 30 गुना घना होता है! यह वन क्षेत्र छोटी जगह (100 वर्ग मीटर) में भी लगाया जा सकता है

मियावाकी वन के क्या फायदे हैं ?
मियवाकी तकनीक से लगाए जंगल 10 गुना तेज़ी से बढ़ते है और 30 गुना घने होते है (इतने घने होते हैं की कोई भी आदमी या जानवर जंगल से नही गुजर सकता)! जल्दी बढ़ने के कारण इनका रखरखाव की आवश्यकता नही होती! यह प्राकृतिक जंगल की तरह बढ़ते हैं! देसी किस्म के पेड़ पौधे जो लुप्त हो रहे हैं, उनका  संरक्षण होता है! शहर से जिस तरह पक्षी, कीट गायब हो रहे हैं, उनका संरक्षण होता है! हम इंसानों को साँस लेने के लिए सुद्ध प्राणवायु भी मिलती है! (पूर्ण जानकारी के लिए निम्न वीडियो को देखें)

हमें घने वन क्षेत्र की आवश्यकता क्यों है ?
घने वनीकरण की तकनीक में पेड़ो का समूह एक दूसरे की देखभाल करते हुए, एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हुए 10 गुना तेज़ी से बढ़ता है! प्राकृतिक वन क्षेत्र समय के साथ संकुचित हो रहा है! शहरी क्षेत्र में इतनी जगह नही की बड़े वन लगाए जा सकें! तो छोटी जगह में आत्मनिर्भर वन, जिनकी देखभाल की ज़रूरत भी ना हो, एक सही विकल्प है!

सघन वनीकरण के लिए मियावाकी तकनीक क्या है ?
देसी किस्म के पेड़ पौधे, बहुत पास-पास लगाओ! कुछ समय तक देखभाल (पानी देना) करो फिर यह पेड़ पौधे आपस मे सहयोग करके एक दूसरे के साथ 10 गुणी रफ़्तार से बढ़ते हैं! जैसे प्राकृतिक जंगल को किसी देखभाल की ज़रूरत नही होती; ठीक उसी तरह कुछ समय बाद इन्हे किसी भी देखभाल की ज़रूरत नही! (पूर्ण जानकारी के लिए निम्न वीडियो को देखें)

हम अपने क्षेत्र में मियावाकी तकनीक को कैसे अपना सकते हैं ?
जी हाँ,
किसी भी जगह जहाँ सुविधा और अनुमति हो, यह जंगल लगा सकते है ! 100 sq mtr जगह से लेकर कितने भी बड़े क्षेत्र में मियवाकी तकनीक से जंगल लगा सकते है!

सुझाव, 

अगर आप ग्रामीण क्षेत्र से है तो,
आपका कोई नौहरा, कोई खाली अनुपयोगी ज़मीन, अगर ग्राम पंचायत की सहमति हो तो हरेक ग्राम क्षेत्र में गौचर, खराब, जंगल, पोखर, घूरा, आदि की सामाजिक जगह होती हैं! पंचायत की सहमति और अनुमति से इन जगहों पर जंगल लगाए जा सकते हैं!

अगर आप शहरी क्षेत्र से हैं तो, 
आपका कोई खाली अनुपयोगी ज़मीन, कॉलोनी का अनुपयोगी पार्क, सामुदायिक अनुपयोगी क्षेत्र, आदि जगह संबंधित विभाग की सहमति और अनुमति से इन जगहों पर जंगल लगाए जा सकते हैं!

अगर सरकारी विभागों की अनुमति हो तो:
1) वृंदावन से बलदेव तक माँ यमुना के दोनो तटो पर घने जंगलो का रोपण मियवाकी तकनीक के मध्यम से हो सकता है! (साबरमती रिवर फ्रंट इसका उदाहरण है)
2) श्री गोवेर्धन परिक्रमा मार्ग पर भी मियवाकी तकनीक से घने जंगल का रोपण हो सकता है
3) इसी तरह से, बरसाना, गोकुल, आदि स्थानो पर
4) अरावली पर्वत-माला को संरक्षित करने का कार्य भी इसी तरह से हो सकता है

ब्रज क्षेत्र के लिए पेड़ पौधो का सुझाव:
i) झाड़ियाँ (shrubs) : झर-बेर, करोंदा, सतावारी, अदूसा, मेहंदी
ii) छोटी उँचाई के पेड़ (sub-tree layer) : बेर, फालसा, खेजरी, आँवला, सहजन, फरास, चमरोर, लिसोडा
iii) मध्यम उँचाई के पेड़ (tree layer) : कदंब, कटहल, आंवला, हरड़, बहेडा, हिंगोट, अर्जुन, रीठा, नीम, गूलर, कीकर, शीशम, देसी बबूल, धवा 
iv) उँचे आच्छादित करने वाले पेड़ (canopy layer) :पीपल, बरगद, खिरनी, ईमली, जामुन
वन क्षेत्र के चारो ओर देसी घास की किस्में लगाएँ (वन लगाने के 5-6 महीने बाद) : ख़स, मूंज, कुश, कांस

खास बातें : 
1. देसी किस्म के पेड़ लगाए, वो पेड़ पौधे जो इस इलाक़े मे आसानी से होते हैं

2. लगाने वाले पेड़ पौधे 4  तरह के होने चाहिए
i) छोटी झाड़ियाँ (shrubs)
ii) छोटी उँचाई के पेड़ (sub-tree layer)
iii) मध्यम उँचाई के पेड़ (tree layer)
iv) उँचे आच्छादित करने वाले पेड़ (canopy layer)

3. मिट्टी में खाद, भूसा, गौबर, .जीवामृत मिला कर उपयोग करना है

4. रासायनिक खाद, केमिकल, दवाइयाँ, प्लास्टिक आदि का उपयोग निषेध है

चरणबद्ध मार्गदर्शन

चरण #1 वन निर्माण का परिचय Introduction to Forest Creation
वीडियो: https://youtu.be/8IjDGni8TL0
YouTube Video

चरण #2 वन सर्वेक्षण और प्रजातियों की सूची Forest Survey and Species List
वीडियो: https://youtu.be/4G6CFItLGVk
YouTube Video

चरण #3 नर्सरी सेटअप और प्रजातियों की खरीद Nursery Setup and Procurement of Species
वीडियो: https://youtu.be/N3brNjeiyaE
YouTube Video

चरण #4 साइट की तैयारी की जाँच Site Readiness Check
वीडियो: https://youtu.be/95KFFfimIGY
YouTube Video

चरण #5 वन डिजाइन दिशानिर्देश Forest Design Guidelines
वीडियो: https://youtu.be/b7l1aBOzd6k
YouTube Video

चरण #6 मृदा परीक्षण और तैयारी Soil Test and Preparation
वीडियो: https://youtu.be/PToQ7Tx1BFY
YouTube Video

चरण #7 मृदा सूक्ष्म जीव विज्ञान: जीवामृत Soil Microbiology: Jeevamrut
वीडियो: https://youtu.be/q1j_KNjMye8
YouTube Video

चरण #8 वृक्षारोपण और निष्पादन Plantation and Execution
वीडियो: https://youtu.be/MmoWAIVKhrE
YouTube Video

चरण #9 सामग्री के खर्च Bill of Materials
वीडियो: https://youtu.be/b1XrCIGJpc0
YouTube Video

चरण #10 रखरखाव Maintenance
वीडियो: https://youtu.be/T0et_ivaLq4
YouTube Video

चरण #11 विकास निगरानी Growth Monitoring
वीडियो: https://youtu.be/fQc2g1JWpAU
YouTube Video

यू-टयूब पर वीडियो की लिस्ट
https://youtube.com/playlist?list=PLt_koHX4mqCxMI1wcEoUigqxQQcqW2cfn
YouTube Video Playlist


Botanical Name:

Ziziphus Nummularia / Ziziphus Lotus - झर-बेर
Carissa Carandas - करोंदा
Asparagus Racemosus - सतावारी
Justicia Adhatoda - अदूसा
Lawsonia Inermis - मेहंदी
Ziziphus Mauritiana- बेर
Grewia Asiatica- फालसा
Prosopis Cineraria- खेजरी
Phyllanthus Emblica- आँवला
Moringa Oleifera- सहजन
Prosopis Glandulosa- फरास
Ehretia Laevis - चमरोड़
Cordia Dichotoma - लिसोडा
Balanites Aegyptiaca - हिंगोट
Terminalia Arjuna - अर्जुन
Anogeissus Latifolia - धवा
Neolamarckia Cadamba - कदंब
Artocarpus Heterophyllus - कटहल
Terminalia Chebula - हरड़
Terminalia Bellirica - बहेडा
Sapindus Mukorossi - रीठा
Azadirachta Indica - नीम
Ficus Racemosa - गूलर
Acacia Karoo - कीकर
Dalbergia Sissoo - शीशम
Vachellia Nilotica- देसी बबूल
Ficus Religiosa - पीपल
Ficus Benghalensis - बरगद
Manilkara Hexandra - खिरनी
Tamarindus Indica - ईमली
Syzygium Cumini - जामुन
Chrysopogon Zizanioides - ख़स
Tripidium Bengalense - मूंज
Desmostachya Bipinnata - कुश
Saccharum Spontaneum - कांस






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